नाइट ट्रेन ऐट देओली की अधिकतर कहानियों की पृष्ठभूमि उत्तराखंड की घाटियाँ हैं, जहाँ खुद रस्किन बॉन्ड का घर है। पहाड़ों पर रहनेवाले सीधे-सादे, सरल लोगों की ये कहानियाँ कहीं तो पाठक के दिल को छू लेती हैं और कहीं उनके चेहरे पर मुस्कान लाती हैं। पहाड़ों पर विकास की गति बढ़ने से कैसे वृक्षों की जगह ऊँची इमारतें खड़ी हो रही हैं और स्टील, सीमेंट, प्रदूषण व आधुनिक रहन-सहन के तनाव और चिन्ताएँ इन लोगों की ज़िन्दगी पर भारी पड़ रही हैं-इन सबकी पीड़ा की भी झलक इन कहानियों में मिलती है।
‘साहित्य अकादमी' पुरस्कार, 'पद्मश्री' और 'पद्मभूषण' से सम्मानित रस्किन बॉन्ड की रूम ऑन द रूफ, वे आवारा दिन, उड़ान, दिल्ली अब दूर नहीं और एडवेंचर्स ऑफ़ रस्टी अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं।
"रस्किन बॉन्ड की कहानियों में एक ताज़गी है। भारत के नज़ारों और जीवन के बारे में शायद ही किसी और लेखक ने इतने सहज और प्रामाणिक रूप से लिखा होगा... हरेक कहानी ज़िन्दगी के एक धड़कते दिल का आईना है।" नेशनल हैरल्ड
नाइट ट्रेन ऐट देओली | Night Train at Deoli
Author
Ruskin Bond
Publisher
Rajpal & Sons
No. of Pages
199