पर्यावरण शब्द सुना भी है, पढ़ा भी है। पर्यावरण अध्ययन स्कूल में एक विषय भी होगा। लोगों ने अखबार, टी.वी. आदि में पर्यावरण प्रदूषण पर लोगों को बोलते-लिखते सुना पढ़ा है।
पर्यावरण सम्बन्धी कई ऐसे शब्दों पर विचार करते हैं जो और जानकारी चाहते हैं। ऐसी ही जिज्ञासाओं को ध्यान में रखकर पर्यावरण की प्रारम्भिक बातें इस पुस्तक में ली हैं। कुछ बातें पूरी तरह से लोगों की जानकारी में हैं। कुछ बातें पहले जानकारी के आधार पर सरलता से समझ में आ जायेंगी। कुछ बातें ऐसी हैं जिनमें कुछ ज्यादा सावधानी व एकाग्रता से समझने की कोशिश करनी होगी। हो सकता है आपस में चर्चा भी करनी पड़ जाये।
पर्यावरण सम्बन्धी कुछ घटनाओं को समझने के लिए या साथियों को समझाने के लिए कुछ सरल प्रयोग भी इस पुस्तक में हैं। इसके लिए हिम्मत नहीं हारें। इस पुस्तक में कुछ ऐसे कार्य भी करने के लिए दिये गए हैं जिनको हम सरलता से कर सकेंगे और तब बड़े यह समझेंगे कि बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का कितना बड़ा काम किया है।
Paryavaran Pachisi | पर्यावरण पचीसी
Author
Bajranglal Jethu
Publisher
Karvi Prakashan
No. of Pages
80
























