प्रोफेसर आनंद प्रकाश त्रिपाठी 'रत्नेश' द्वारा रचित 101 लघुकथाओं का संग्रह अभिशप्त बेटी एक अत्यंत उपयोगी लघु कथा संग्रह है। प्रस्तुत पुस्तक में समाज का जीवन्त दृश्य है, संवेदनाओं का अद्भुत पुट भी है। समस्याओं की प्रस्तुति है और समाधान का प्रबल पक्ष भी है। डॉक्टर त्रिपाठी की लघुकथाओं का महत्वपूर्ण उद्देश्य मात्र समस्याओं को चित्रित करना ही नहीं अपितु समाधान प्रस्तुत करना भी है।
प्रस्तुत लोक कथा संग्रह में यह सब दृश्य बहुत ही तीखे रूप में प्रस्तुत है। जैसा कि हम जानते हैं कि लघु कथाओं में कम शब्दों में बहुत बड़ा संदेश होता है । यह कथा संग्रह भी इससे अछूता नहीं है। इस लघु कथा संग्रह की प्रत्येक कथाएँ पाठक के हृदय को संस्पर्श करती हुई दृष्टिगोचर होती है। इस कथा संग्रह से जनमानस न केवल उद्वेलित होगा अपितु जीवन में कुछ कर गुजरने की दिशा में अग्रसर भी होगा। इसलिए इस कथा संग्रह की उपयोगिता असंदिग्ध है।
Abhishapt Beti | अभिशप्त बेटी
Author
Prof. Anand Prakash Tripathi 'Ratnesh'
Publisher
Nikita Prakashan
No. of Pages
112
























