राजस्थान के शेखावटी प्रान्त का कोई श्रृंखलाबद्ध इतिहास नहीं है। राजस्थान इतिहास के लेखक कर्नल टाॅड ने प्रसंग के क्रम से आमेर के इतिहास में शेखावाटी का यत् किंचित विवरण दिया है। किन्तु वह पर्याप्त नहीं है। शेखावाटी का अतीत कालीन इतिहास बड़ा समुज्ज्वल है। शेखावतों ने स्व. बाहुबल से अपनी सत्ता स्थापित की थी। शेखावाटी के शासक शेखावतों की वीरता तो उल्लेखनीय है ही साथ ही शेखवाटी के कवियों, परोपकारी उदार सज्जनों, विद्वानों और साुध महात्माओं के चरित्र भी वर्तमान समय की पीढ़ी के लिए शिक्षणीय है। खेतड़ी नरेश राजा अजितसिंहजी एवं उनके परम मेधावी पुत्र राजा जयसिंह जी दोनों पिता पुत्र की इच्छा शेखावाटी का सर्वांगपूर्ण इतिहास तैयार कराने की थी किन्तु असमय ही कालकवलित हो गये। उनके आग्रह पर पं. झाबरमल शर्मा ने 15 वर्ष तक इसके लिए अन्वेषण कर ऐतिहासिक सामग्री के आधार पर सीकर का इतिहास लिखा। पं. झाबरमल्ल जी के अन्वेषण और अनुशीलन से युक्त तथ्यों पर आधारित यह शेखावाटी का इतिहास आकार में छोटा होते हुए भी ऐतिहासिक दृष्टि से बड़ा महत्वपूर्ण एंव उपयोगी है।
सीकर का इतिहास | Sikar Ka Itihas
Author
Pt. Jhabarmall Sharma
Publisher
Rajasthani Granthagar
No. of Pages