दिल है छोटा सा ब्रह्मांड की विराटता-सा चित्रा का प्रेम और उसमें मात्र सूरज - सा शशांक का अस्तित्व। अमनदीप को पाने की चाह रखने वाले विक्रांत और शिशिर ने अपना सबकुछ खो दिया और साथ में ही मिटा दिया अमनदीप का भी अस्तित्व । अस्तित्व के बदलते रंग की पहचान की विनीता ने और छोड़ दिया अरविंद के घेरते बादलों का साथ। रोटी की ख़ातिर रामजीत, श्यामा का दाँव चलकर ख़ुद उलझ गया परंतु अस्तित्व की लड़ाई में मानसी ने तेजस का तेज छीन लिया। उम्मीद, प्यार, वासना, लालच, छद्म, कपट, आडंबर और प्रदर्शन से निर्मित है आज के मनुष्य की जिंदगी। इन्हीं भावनाओं की शब्दाभिव्यक्ति है- दिल है छोटा सा की नौ कहानियाँ, विभिन्न कलेवर और स्वाद लिए हुए....
दिल है छोटा सा | Dil Hai Chota Sa
SKU: 9789387464759
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Author
Ranvijay
Publisher
Hind Yugm
No. of Pages
160
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