अक्टूबर, 1998 में पहली बार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, रंगमंडल में हुए प्रथम मंचन के बाद से निरंतर मंचित होते रहनेवाला यह आधुनिक भारत का सबसे लोकप्रिय नाटक सिद्ध हुआ है।
इस नाटक का मंचन भारत के कोने-कोने में तथा लगभग सभी प्रादेशिक एवं अनेक आंचलिक भाषाओं में हो चुका है। विदेशों में भी यह सर्वाधिक लोकप्रिय हिंदी नाटक रहा है तथा अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, पाकिस्तान सहित खाड़ी के कई देशों में अनेक बार मंचित हो चुका है।
शाहजहाँ ने ताजमहल बनवाने का निर्णय भी कर लिया है और घोषणा भी कर दी है।
पर अब समस्या यह है कि ताजमहल बनेगा कैसे?
इसे कोई सरकारी विभाग बनाएगा या ठेके पर बनेगा? यह जिम्मेदारी दी जाती है प्रशासन के चीफ इंजीनियर गुप्ता जी को और वो सलाह करते हैं अपने पी. ए. सुधीर और ठेकेदार भइयाजी से फिर तीनों मिलकर ताजमहल
का टेंडर निकालने में लग जाते हैं। अब प्रश्न यह है कि आखिर कब निकलेगा
ताजमहल का टेंडर, भइया, ताजमहल का टेंडर।
ताजमहल का टेंडर | Tajmahal Ka Tender
Author
Ajay Shukla
Publisher
Rajkamal Prakashan
No. of Pages
97
























