भगवान के प्रति भक्ति का अर्थ और अभ्यास समझाने वाली “भक्ति योग” एक पुस्तक है। यह पुस्तक स्वामी विवेकानंद के व्याख्यानों और लेखनों पर आधारित है, जो भारत के महान आध्यात्मिक नेता और शिक्षक थे। उन्होंने बताया कि भक्ति, या प्रेम, सभी धर्मों का सार है और ईश्वर-साक्षात्कार को प्राप्त करने का सर्वोच्च उपाय है। इस पुस्तक में भक्ति के विभिन्न पहलुओं का वर्णन किया गया है, जैसे कि इसकी परिभाषा, स्वरूप, रूप, विधियां, और लाभ। इसमें उन महान भक्तों के उदाहरण भी दिए गए हैं, जिन्होंने भगवान के प्रति अत्यंत प्रेम के द्वारा जीवन का परम लक्ष्य प्राप्त किया है। यह पुस्तक उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत है, जो भक्ति के मार्ग का अनुसरण करना चाहते हैं और दिव्य प्रेम का आनंद अनुभव करना चाहते हैं।
भक्ति योग । Bhakti Yoga
Author
Swami Vivekananda
Publisher
Kitabeormai Publications
No. of Pages
83