हमारी वार्षिक पुस्तक "मंजुला: नव सृजन के रंग" नए कवियों और कहानीकारों की अद्वितीय रचनाओं के लिए एक मंच प्रदान करती है। इस पुस्तक का उद्देश्य उन रचनाकारों को समर्थन और पहचान देना है जिनके पास अनूठी और प्रेरणादायक कहानियाँ या कविताएँ हैं।
हम आपको आमंत्रित करते हैं कि अपनी कहानियाँ और कविताएँ हमें भेजें। सर्वश्रेष्ठ कृतियों का चयन होगा और उन्हें हमारे वार्षिक संकलन में प्रकाशित किया जाएगा। यह अवसर आपके विचारों और भावनाओं को एक व्यापक पाठक वर्ग तक पहुँचाने का है।
हम आशा करते हैं कि "मंजुला" आपकी लेखनी को एक नई दिशा और पहचान प्रदान करें।
इस पुस्तक में प्रकाशित सामग्री पूरी तरह से लेखक की संपत्ति है और उनके व्यक्तिगत विचारों का प्रतिनिधित्व करती है। किसी भी प्रकार की सामग्री की जिम्मेदारी पूरी तरह से लेखक की है।
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मैं अपने संघर्ष लिखता हूँ मंजुला २०२५-Mai Apne Sangharsh Likhta Hun Manjula 2025
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Publisher
Kitabeormai Publications
No. of Pages
230
Reviews
"Manjula" 2025 is as beautiful as its name. It has various colors of life and imagination. I've just completed the reading of this book. And some poems and stories of it are really heart touching. It's a must read for those who have keen interest in literature. And quality of the pages of the book is too good.