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'हमिंग बर्ड' मुकेश कुमार सिन्हा की कविताओं का संग्रह है। यह संकलन आम आदमी के सपनों और डर को श्रद्धांजलि है। उनकी कविताओं में दुनिया की लगभग सभी भावनाएँ, प्रेम, वासना, साज़िश, कल्पना, पुरानी यादें, समर्पण, जीत, दर्द, निराशा और विकास शामिल हैं। कवि की सहज भावनाएँ पहाड़ियों में झरने की तरह बह रही हैं, जो धूल और जंग के साथ-साथ खुशी और इच्छा की भी बात करती हैं। संगीतकार के विचारों की आत्मा में संक्षिप्तता पूरी तरह से खिली हुई है। 'हमिंग बर्ड' समग्र कल्पना के भजन के रूप में उभरा है। भारत की कविता की गलियों के जंगल में हल्की हवा का झोंका। मुकेश कुमार सिन्हा का जन्म 4 सितंबर, 1971 को बेगूसराय बिहार में हुआ था। वे एक कवि, संपादक और ब्लॉगर हैं। वर्तमान में भारत सरकार के साथ काम करते हुए, उन्होंने अपनी नौकरी और अपनी साहित्यिक गतिविधियों के बीच एक बढ़िया संतुलन बनाए रखा है। उन्होंने पांच संकलनों ('कस्तूरी', 'पगडंडियां', 'गुलमोहर', 'तुहिन' और 'गूंज') का सह-संपादन किया है। उनकी कविताएँ 'अनमोल संचयन', 'अनुगूँज', 'खामोश, खामोशी और हम', 'प्रतिभाओं की कमी नहीं', 'शब्दों के अरण्य में', 'अरुणिमा', 'शब्दों की चलकलमदी', 'पुष्प-पंखुड़ी' में प्रकाशित हुई हैं। उन्होंने अपने काम के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। इनमें से कुछ सर्वश्रेष्ठ हैं - तस्लीम परिकल्पना ब्लॉगोत्सव (अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगर्स एसोसिएशन) द्वारा युवा कवि सम्मान (2011), शोभना वेलफेयर सोसाइटी द्वारा शोभना काव्य सृजन सम्मान (2012), परिकल्पना (अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगर्स एसोसिएशन) द्वारा ब्लॉग गौरव युवा सम्मान (2013)। मुकेश कुमार सिन्हा वर्तमान में अपनी पत्नी अंजू और दो बेटों यश और ऋषभ के साथ नई दिल्ली में रह रहे हैं।

हमिंग बर्ड । Humming Bird

SKU: 9789381394946
₹100.00मूल्य
मात्रा
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  • Author

    Mukesh Kumar Sinha

  • Publisher

    Hind Yugm

  • No. of Pages

    112

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